रॉस आइलैंड यात्रा गाइड – इतिहास, आकर्षण और घूमने का तरीका
रॉस आइलैंड यात्रा गाइड, अगर अंडमान द्वीपसमूह का फिरोज़ी समुद्र और सफेद रेत वाले समुद्र तट आपको अपनी ओर आकर्षित करते हैं, तो रॉस आइलैंड (Ross Island) ऐसा गंतव्य है जिसे आप बिल्कुल भी मिस नहीं कर सकते। पोर्ट ब्लेयर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह छोटा-सा द्वीप इतिहास, प्राकृतिक सौंदर्य और औपनिवेशिक (Colonial) आकर्षण का अनोखा संगम है।
कभी अंडमान द्वीपों में ब्रिटिश प्रशासनिक मुख्यालय रहने वाला रॉस आइलैंड आज औपनिवेशिक अतीत की याद दिलाता है, जो प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध वन्यजीवन से घिरा हुआ है।
यह रॉस आइलैंड ट्रैवल गाइड आपको इसके इतिहास, प्रमुख आकर्षण, घूमने का सही समय और यात्रा की योजना बनाने के तरीकों से परिचित कराएगा। चाहे आप इतिहास प्रेमी हों, प्रकृति के शौकीन हों या एक जिज्ञासु यात्री – रॉस आइलैंड हर किसी के लिए कुछ खास लेकर आता है।
रॉस आइलैंड का इतिहास – अतीत की झलक
रॉस आइलैंड का नाम ब्रिटिश समुद्री सर्वेक्षक सर डैनियल रॉस के नाम पर पड़ा। 1858 में ब्रिटिशers ने अंडमान में दंड उपनिवेश (penal settlement) स्थापित किया और इसे प्रशासनिक मुख्यालय बना दिया। जल्द ही यह द्वीप चर्च, क्लब, बेकरी और बंगलों से सज गया और इसे “पूर्व का पेरिस” कहा जाने लगा।
लेकिन 1941 के भूकंप और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी आक्रमण ने इसका रूप बदल दिया। ब्रिटिशers ने इसे छोड़ दिया और धीरे-धीरे प्रकृति ने उपनिवेशकालीन इमारतों को अपनी जड़ों और शाखाओं में लपेट लिया। आज यहां खंडहर बने चर्च, सरकारी इमारतें और आवासीय क्षेत्र देखने को मिलते हैं, जो इतिहास और प्रकृति का अद्भुत संगम पेश करते हैं।
रॉस आइलैंड के प्रमुख आकर्षण
- ब्रिटिश कालीन खंडहर
यहां बने चर्च, बंगलों और प्रशासनिक इमारतों के अवशेष आज भी खड़े हैं। विशाल बरगद के पेड़ों ने इन्हें ढक लिया है, जिससे यह जगह एक भूली-बिसरी दुनिया जैसी लगती है। - जापानी बंकर
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी सेना ने यहां बंकर और सुरंगें बनाईं। ये खंडहर आज भी उस दौर की याद दिलाते हैं। - लाइट एंड साउंड शो
शाम को आयोजित यह शो द्वीप के गौरवशाली इतिहास, त्रासदी और वीरानी की कहानियों को जीवंत कर देता है। - प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवन
यहां खुलेआम घूमते हिरण, मोर और विदेशी पक्षी देखने को मिलते हैं। हरियाली, समुद्र तट और ठंडी हवाएं सैर को और भी आनंददायक बनाती हैं। - कब्रिस्तान और चर्च के अवशेष
छोटा-सा कब्रिस्तान और चर्च के खंडहर यहां के औपनिवेशिक अतीत की झलक पेश करते हैं।
रॉस आइलैंड कैसे पहुँचे
- फेरी द्वारा – पोर्ट ब्लेयर के एबरडीन जेट्टी से रॉस आइलैंड तक नियमित फेरी सेवाएं चलती हैं। सफर लगभग 15–20 मिनट का होता है।
- प्राइवेट नाव द्वारा – निजी नाव किराए पर लेकर भी आप यहां जा सकते हैं। अगर आप आस-पास के द्वीप भी देखना चाहते हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है।
सलाह दी जाती है कि टिकट पहले से बुक करें, खासकर पर्यटन के सीज़न में।
रॉस आइलैंड घूमने का सही समय
रॉस आइलैंड घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और समुद्र भी शांत रहता है।
जून से सितंबर के बीच मॉनसून में भारी बारिश के कारण फेरी सेवाएं बाधित हो सकती हैं, इसलिए यह समय यात्रा के लिए उचित नहीं है।
रॉस आइलैंड में करने योग्य गतिविधियाँ
- फोटोग्राफी – जड़ों में लिपटे खंडहर और प्राकृतिक दृश्य बेहतरीन फोटोस्पॉट हैं।
- नेचर वॉक्स – हिरण, मोर और पक्षियों के बीच हरियाली में टहलना एक सुखद अनुभव है।
- आसपास के द्वीपों की यात्रा – यहां से नॉर्थ बे आइलैंड जा सकते हैं, जहाँ स्नॉर्कलिंग और स्कूबा डाइविंग जैसी वाटर स्पोर्ट्स का मज़ा मिलता है।
- लाइट एंड साउंड शो – शाम को इस शो को देखना आपके दौरे को और यादगार बना देता है।
रॉस आइलैंड में भोजन और सुविधाएँ
यह द्वीप एक हेरिटेज और इको-फ्रेंडली साइट है, इसलिए यहां खाने-पीने की सुविधाएं सीमित हैं। नारियल पानी और हल्के स्नैक्स की छोटी दुकानें मिल जाती हैं। बेहतर होगा कि आप पानी और कुछ नाश्ता साथ लेकर आएं।
अधिकतर पर्यटक भोजन के लिए पोर्ट ब्लेयर लौटते हैं, जहां सी-फूड, साउथ इंडियन और कॉन्टिनेंटल डिशेज मिलती हैं।
रॉस आइलैंड में शॉपिंग
यहां शॉपिंग के विकल्प बहुत सीमित हैं। जेट्टी के पास कुछ छोटी दुकानों पर सी-शेल, हैंडीक्राफ्ट और लकड़ी की चीजें मिल सकती हैं।
ज़्यादा खरीदारी के लिए पोर्ट ब्लेयर का एबरडीन बाज़ार या गवर्नमेंट एम्पोरियम बेस्ट जगह है।
रॉस आइलैंड यात्रा कार्यक्रम (इटिनरेरी)
- सुबह – एबरडीन जेट्टी से फेरी लेकर रॉस आइलैंड पहुँचें।
- दोपहर तक – खंडहर, हिरण पार्क और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लें।
- दोपहर बाद – नॉर्थ बे आइलैंड जाएं और वाटर स्पोर्ट्स का अनुभव करें।
- शाम – रॉस आइलैंड पर लाइट एंड साउंड शो देखें और होटल लौटें।
क्यों रॉस आइलैंड को अपनी अंडमान यात्रा में शामिल करें
रॉस आइलैंड सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि इतिहास, साहस और प्रकृति की ताकत का प्रतीक है। यह द्वीप आपको समुद्र तट और वाटर स्पोर्ट्स से आगे एक संस्कृतिक और ऐतिहासिक अनुभव प्रदान करता है।
अगर आप अंडमान यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो रॉस आइलैंड को अपनी लिस्ट में ज़रूर शामिल करें।
विश्वसनीय यात्रा विशेषज्ञों के साथ अपनी यात्रा की योजना बनाएं
रॉस आइलैंड यात्रा गाइड सही गाइडेंस और विशेषज्ञ सलाह के साथ और भी आसान हो जाती है। आप इस गाइड की मदद से अपनी यात्रा को बेहतर बना सकते हैं। और अगर आप पूरे भारत में प्रोफेशनल ट्रैवल प्लानिंग चाहते हैं, तो Same Day Tour की सेवाएं ज़रूर देखें।
अंतिम विचार
रॉस आइलैंड अंडमान का एक छुपा खज़ाना है। इसके औपनिवेशिक खंडहर, हरियाली, समुद्री तट और शांत वातावरण इसे एक अविस्मरणीय गंतव्य बनाते हैं।
यह द्वीप हर यात्री को इतिहास, प्राकृतिक सुंदरता और शांति का अद्भुत अनुभव देता है।
तो देर किस बात की? अपना बैग पैक करें, पोर्ट ब्लेयर से फेरी लें और कदम रखें उस द्वीप पर जहाँ खंडहरों से इतिहास फुसफुसाता है और प्रकृति आपको अपने आगोश में ले लेती है।
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