Siddhivinayak Temple History
सिद्धि विनायक मंदिर (Siddhivinayak Temple)एक हिंदू मंदिर है जो भगवान गणेश को समर्पित है। यह दादर (मुंबई) महाराष्ट्र के पास स्थित है। इसे मूल रूप से 18वीं शताब्दी में श्री लक्ष्मण विथु और देउबाई पाटिल ने बनवाया था। यह मंदिर भारत के सबसे धनी मंदिरों में से एक माना जाता है।
सिद्धि विनायक मंदिर की वास्तुकला (The architecture of Siddhi Vinayak Temple)
इस मंदिर के लकड़ी के दरवाजे को अष्टविनायक की छवियों से उकेरा गया है। मंदिर में श्री सिद्धि विनायक की मूर्ति के साथ एक छोटा सा मंडप है जिसे भगवान गणेश के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की छत सोने की परत चढ़ी हुई है और गुंबद के ठीक नीचे भगवान गणेश की केंद्रीय मूर्ति है। मंदिर में एक हनुमान मंदिर भी है। मंदिर के बाहरी हिस्से में एक गुंबद है जो शाम को कई रंगों से जगमगाता है और वे हर कुछ घंटों में बदलते रहते हैं। श्री गणेश की मूर्ति, जो लगभग ढाई फीट चौड़ी है और काले पत्थर के एक टुकड़े से बनी है।
सिद्धि विनायक मंदिर क्यों प्रसिद्ध है? (Why Siddhi Vinayak Temple is famous?)
यह मंदिर राजनेताओं के बीच बहुत प्रसिद्ध है और बॉलीवुड से इसका बहुत अच्छा संबंध है। भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तियों द्वारा भी इस मंदिर का दौरा किया जाता है। हाल ही में टिम कुक एप्पल्स के सीईओ अपनी भारत यात्रा के दौरान इस मंदिर के दर्शन करते हैं।
सिद्धि विनायक मंदिर का इतिहास (History of Siddhivinayak Temple)
इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में किया गया था और 19 नवंबर 1801 को बनाया गया था। मंदिर का निर्माण लक्ष्मण विथु पाटिल और देउबाई पाटिल ने किया था। सिद्धिविनायक मंदिर की मूल संरचना गुंबद के आकार की ईंट शिखर के साथ 3.6-मीटर x 3.6-मीटर वर्गाकार ईंट की संरचना थी। वर्ष 1952 में परिसर में एक हनुमान मंदिर भी बनाया गया है। माना जाता है कि यहां भगवान गणेश की मूर्ति स्वयं प्रकट है और इच्छाओं को पूरा करती है।
सिद्धि विनायक मंदिर में क्या है खास?(What is special in Siddhivinayak Temple?)
यह मंदिर दुनिया भर में प्रसिद्ध है क्योंकि इस मंदिर में बॉलीवुड और अंतर्राष्ट्रीय हस्तियां आते हैं। इस मंदिर का आंतरिक गुंबद सोने की परत चढ़ा हुआ है और आज मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर एक अद्वितीय छह मंजिला निर्माण है जिसके शीर्ष पर एक सुनहरा गुंबद है। यह श्री सिद्धिविनायक की काली मूर्ति की एक विशेष विशेषता है, सूंड दाईं ओर मुड़ जाती है जो अक्सर गणेश मूर्तियों पर नहीं मिलती है।
सिद्धि विनायक मंदिर में सुविधाएं (Facilities at Siddhivinayak Temple)
यह दुनिया के सबसे व्यस्त मंदिरों में से एक है, इसके बजाय यह मंदिर भक्तों को लाइव दर्शन, ऑनलाइन पूजा, ऑनलाइन दान, वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष दर्शन, शारीरिक रूप से चुनौती और शिशुओं के साथ मां जैसी कई सुविधाएं प्रदान करता है। आप पेड दर्शन का टिकट भी मात्र 50 रुपये में खरीद सकते हैं। इसके अलावा यह मंदिर महिलाओं और पुरुषों के लिए फुटवियर स्टैंड, पेयजल, व्हीलचेयर, चिकित्सा सुविधा, वॉशरूम और विशेष कतार जैसी सुविधाएं भी प्रदान करता है।
सिद्धि विनायक मंदिर कैसे पहुंचे? (How to reach the Siddhivinayak Temple?)
सिद्धिविनायक महाराष्ट्र राज्य में स्थित है जिसे मुंबई (सपनों का शहर) के नाम से भी जाना जाता है। मुंबई शहर भारत के सभी प्रमुख शहरों से हवा से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। इस क्षेत्र को प्रभादेवी कहा जाता है जहां यह मंदिर स्थित है और यह दादर रेलवे स्टेशन के बहुत करीब है जो सिद्धि विनायक मंदिर से सिर्फ 10 मिनट की दूरी पर है। आप मुंबई के हर स्थान से इस मंदिर तक पहुंचने के लिए टैक्सी या बस किराए पर भी ले सकते हैं।
सिद्धि विनायक मंदिर के बारे में तथ्य (Facts about Siddhivinayak Temple)
- यहमंदिरदेशकेसबसेधनीमंदिरोंमेंसेएकमानाजाताहै।इसमंदिरकीवार्षिकआयलगभग 100 मिलियनसे 150 मिलियनहै।
- मंदिरकेपूर्वीऔरदक्षिणीहिस्सेकीओरमुखकरके 19वींशताब्दीमेंएककृत्रिमझीलबनाईगईथी।इसपरिसरमेंएककॉलोनीभीहैजहांइसमंदिरकेरखवालोंकेघरहैं।
- 1952 मेंबनेइसमंदिरकेपरिसरकेअंदरएकहनुमानमंदिरपरिसरमेंस्थितहनुमानमंदिरहै।हनुमानकीमूर्तिमंदिरकेपाससड़कमरम्मतकेदौरानमिलीथीऔरइसमंदिरकेमुख्यपुजारीद्वारासिद्धिविनायकमंदिरमेंलाईगईथी।
- सिद्धिविनायकगणेशकीमूर्तिबहुतहीअनोखीऔरअसामान्यहैक्योंकिइसेएकहीकालेपत्थरसेउकेरागयाथाऔरइसमेंगणेशकीसूंडदाईंओरहैजोअक्सरअन्यमंदिरोंमेंनहींहोतीहै।
सिद्धि विनायक मंदिर का समय (Siddhi Vinayak Temple Timings)
Days |
Timings |
Tuesday |
03:15 AM to next day 12:30 AM |
Wednesday to Monday |
05:30 AM to 09:30 PM |
सिद्धि विनायक मंदिर की आरती का समय (Siddhi Vinayak Temple Aarti Timings)
Aarti | Timings |
Kakad Aarti (Morning Aarti) | 05:30 AM to 06:00 AM |
Evening Aarti | 07:30 PM to 08:00 PM |
Sheja Aarti | 09:50 PM |
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